पोलियो उन्मूलन पल्स पोलियो कार्यक्रम
पोलियो क्या है?
पोलियो एक अत्यधिक संक्रामक वायरल रोग है जो मुख्य रूप से 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है। यह पोलियोवायरस के कारण होता है, जो मल के माध्यम से फैलता है और मुंह से प्रवेश करता है।
पोलियो के लक्षण
- बुखार
- थकान
- सिरदर्द
अधिक गंभीर मामलों में, पोलियो पक्षाघात का कारण बन सकता है, जो अक्सर स्थायी होता है।
भारत में पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम
भारत ने 1995 में पोलियो उन्मूलन पहल शुरू की थी। पल्स पोलियो कार्यक्रम इसका एक महत्वपूर्ण घटक है।
पल्स पोलियो कार्यक्रम क्या है?
पल्स पोलियो कार्यक्रम एक बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान है जो हर साल कई दौर में आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 5 वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों को पोलियो वैक्सीन की दो बूंदें देना है।
कार्यक्रम का प्रभाव
पल्स पोलियो कार्यक्रम अत्यधिक सफल रहा है। भारत ने 2011 में जंगली पोलियोवायरस का अंतिम मामला दर्ज किया था। तब से, देश पोलियो से मुक्त रहा है।
कार्यक्रम के लाभ
पल्स पोलियो कार्यक्रम के कई लाभ हैं, जिनमें शामिल हैं:
- पोलियो के उन्मूलन में योगदान
- छोटे बच्चों को अन्य खतरनाक बीमारियों से बचाना
- सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करना
कार्यक्रम की चुनौतियाँ
पल्स पोलियो कार्यक्रम कुछ चुनौतियों का भी सामना करता है, जिनमें शामिल हैं:
- दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंचना
- सभी बच्चों को टीकाकरण सुनिश्चित करना
- पोलियोवायरस के उत्परिवर्तन को रोकना
निष्कर्ष
पल्स पोलियो कार्यक्रम भारत में पोलियो उन्मूलन के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण घटक रहा है। इस कार्यक्रम ने देश को पोलियो से मुक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पल्स पोलियो कार्यक्रम का निरंतर कार्यान्वयन यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि भारत पोलियो से मुक्त रहे।
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